सोमवती अमावस्या एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो हर महीने की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। लेकिन जब यह अमावस्या सोमवार के दिन पड़ती है, तो इसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है।
सोमवती अमावस्या का महत्व:
1. *पितृदोष निवारण*: सोमवती अमावस्या पर पितरों की पूजा करने से पितृदोष से मुक्ति मिलती है।
2. *मोक्ष प्राप्ति*: इस दिन किए गए कर्मों से मोक्ष प्राप्ति की संभावना बढ़ जाती है।
3. *पापों का नाश*: सोमवती अमावस्या पर किए गए धार्मिक कार्यों से पापों का नाश होता है।
4. *सुख-समृद्धि*: इस दिन की पूजा से घर में सुख-समृद्धि आती है।
सोमवती अमावस्या पर क्या करें:
1. *स्नान और पूजा*: सुबह जल्दी स्नान करें और पितरों की पूजा करें।
2. *तर्पण*: पितरों को तर्पण दें।
3. *दान*: गरीबों और ब्राह्मणों को दान दें।
4. *व्रत*: सोमवती अमावस्या का व्रत रखें।
सोमवती अमावस्या एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो हमें अपने पितरों की याद दिलाता है और हमें उनकी पूजा करने का अवसर प्रदान करता है।